ई-कविता - संग्रह - "हळवी फुंकर …"
मधील शीर्षक कविता -
"घाल हळवी फुंकर ...|"
-अरुण वि .देशपांडे -पुणे
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आधीच जखमा
त्या ही खोलवर
तूच येउनि आता
घाल हळवी फुंकर ….!
घाव घाली जो तो
दुखऱ्या मनावर
तूच नाहीस परकी
घाल हळवी फुंकर ….!
होती संपली अशा
मन ही हरून गेले
तूच ओळखे अंतर
घाल हळवी फुंकर ….!
असते ताकद खरी
प्रेमात दो मनांची
घाव भरून येण्या
घाल हळवी फुंकर ….!
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ई- कविता संग्रह- "हळवी फुंकर "मधील
शीर्षक -कविता -
घाल हळवी फुंकर ….!
-अरुण वि .देशपांडे -पुणे
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मधील शीर्षक कविता -
"घाल हळवी फुंकर ...|"
-अरुण वि .देशपांडे -पुणे
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आधीच जखमा
त्या ही खोलवर
तूच येउनि आता
घाल हळवी फुंकर ….!
घाव घाली जो तो
दुखऱ्या मनावर
तूच नाहीस परकी
घाल हळवी फुंकर ….!
होती संपली अशा
मन ही हरून गेले
तूच ओळखे अंतर
घाल हळवी फुंकर ….!
असते ताकद खरी
प्रेमात दो मनांची
घाव भरून येण्या
घाल हळवी फुंकर ….!
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ई- कविता संग्रह- "हळवी फुंकर "मधील
शीर्षक -कविता -
घाल हळवी फुंकर ….!
-अरुण वि .देशपांडे -पुणे
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सुरेख!!
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