Sunday, September 14, 2014

कविता - खोडून टाकणे मत कुणाचे .

कविता - खोडून टाकणे मत कुणाचे .
-अरुण वि.देशपांडे -पुणे .
------------------------------------------------------------------------------
मोडून टाकणे मन कुणाचे
खोडून टाकणे मत कुणाचे
अजून नीटसे जमले  नाही
काही केल्या शब्द फुटले  नाही .

मुकाटयानेच  ऐकुनी घेतले
बोलणे कुणाचे तोडले नाही
खोडून टाकणे मत कुणाचे
अजून नीटसे जमले  नाही .

आता बोलतो थोडे जरी कधी
कुणीही मनावर  घेत नाही
मोडून  टाकणे मत कुणाचे
अजून नीटसे जमले  नाही .

स्वार्थासाठी वापर करतांना 
मागेपुढे कुणी पाहिले नाही .
आपलीच आहेत माणसे ही
अजून जराही  उमजली नाही

खोडून टाकणे मत कुणाचे
अजून नीटसे जमले  नाही .
-------------------------------------------------------------------------------
कविता - खोडून टाकणे मत कुणाचे .
-अरुण वि.देशपांडे -पुणे .
------------------------------------------------------------------------------

No comments:

Post a Comment