Thursday, April 24, 2014

कविता- नाम महिमा थोर त्याची मोठीच गोडी ...!

कविता- नाम महिमा थोर , त्याची मोठीच गोडी ….!
-अरुण वि.देशपांडे -पुणे.
-------------------------------------------------------------------------------------------
नामाची हो गोडी ,मनास लागुद्या थोडी
नाम महिमा थोर , त्याची मोठीच गोडी ….!

कठीण वाटे फार गोष्ट ही ,सोपी नसे
मन चंचल भारी ,अजुनी  संसारी गोडी
कानावरी पडो सद्गुरू नाम सदा आता
नाम महिमा थोर , त्याची मोठीच गोडी ….!

उथळ विचार, तसेच आचार  झाले
शब्दांचे बुडबुडे तरंगत आले
कुठे तरी थांबवा आता ही गाडी
नाम महिमा थोर , त्याची मोठीच गोडी ….!

रहा पाठीशी उभे आमुच्या समर्था
भीती घालवा मनातली थोडी थोडी
शांत होता मग मन आमुचे कळेल
नाम महिमा थोर , त्याची मोठीच गोडी ….!
--------------------------------------------------------------------------------------------
कविता -नाम महिमा थोर , त्याची मोठीच गोडी ….!
अरुण वि.देशपांडे -पुणे.
------------------------------------------------------------------------------------------------

No comments:

Post a Comment