कविता -आनंदात असेन सवे तुझ्या
-अरुण वि .देशपांडे -पुणे.
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आनंदात असेन सवे तुझ्या
भावनेत तुझ्या असेन मी
क्षण आहेत तुझ्या मनात
त्या क्षणात तुझ्या असेन मी...। ।।१।।
दो मनांचे सुंदर जग हे
नको मनात विचार काही
तू स्वप्नात पहा मजला
केव्न्हाही त्यात दिसेन मी .....। ।। २ ।।
रुक्ष नि कठोर जगात या
उपेक्षा नेहमीच केली जाते
साथ देशील तू सदा मजला
आधार देण्या तुज असेन मी ...। ।। ३ ।।
मनास मारून जगणे हे
आयुष्य जरी वाट्यास येते
तू आनंद देशील मजला
आनंद देण्या असेन मी .....। ।। ४ ।।
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कविता - आनंदात असेन सवे तुझ्या ...!
-अरुण वि.देशपांडे -पुणे.
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