आज जागतिक कविता दिन..!त्या निमित्ताने .
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आज जागतिक कविता दिन -
त्यानिमित्ताने ..!
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कविता - कविते तू भेटण्याआधी ..!
-अरुण वि.देशपांडे
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तू भेटण्याआधी
हे कविते ,मी कधी
एक ओळही ती साधी
नव्हती लिहिली कधी ..!
तू भेटण्याआधी तशी
कवींच्या कवितेतून
भेटत होतीस कधी कधी
फक्त थेट भेट नव्हती कधी ...!
चंद्र -चांदण्या, आकाश
नुसते पाहिले होते आधी
मना दिसले नव्हते कधी
कविते तू भेटण्याआधी ...!
वरवरचे रूप तुझे वेगळे
अंतरंगी असे न्यारीच तू
जाणवले नव्हते हे कधी
कविते तू भेटण्याआधी ...!
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कविता - कविते तू भेटण्याआधी ..!
-अरुण वि.देशपांडे
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